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8 steps for Pond Preparation and Management

Pond Management

यहां पर 8 steps for pond management के दिए हुए हैं जिससे आप अपने तालाब को और बेहतर बना सकते हैं और फिश फार्मिंग में अपनी मछलियों के उपज को बढ़ा सकते हैं इन 8 steps for pond management को पढ़ें उम्मीद करता हूं इससे आपको मदद मिलेगी।

Table of Contents:


तालाब की तैयारी

नई फसल के लिए तालाब को तैयार करने से पहले पिछली फसल के दौरान तालाब में जमा होने वाले कचरा को हटा दिया जाना चाहिए और पानी और मिट्टी को हम अपने तालाब के वातानुकूलित कर लेना चाहिए गलत तरीके से तैयार किए हुए तालाब मैं मछली पालने में हमें कठिनाई हो सकती हैं जिसका मतलब मछली को पालने में हमे परेशानी हो सकती है।


Pond preparation


तालाब की सफाई

तालाब की सफाई करना एक बहुत बड़ा इसका फायदा मिलता है अगर हम तालाब को साफ कर देते हैं तो हमारी अगली मछली की जो फसल है उसमें काफी हद तक उत्पादन बढ़ जाती है इसलिए तालाब की सफाई करना बहुत आवश्यक होता है तालाब में जो मौजूद कचरा होता है उसे हटाने के लिए विशेष रूप से तालाब के तल में जमा होने वाले जैविक और पासवर्ड जैसे कचरे को सुखाने के बाद हम चूना और तालाब की जुताई के द्वारा पूरा किया जा सकता है हालांकि यह तरीके तालाब में मौजूद पानी और मिट्टी को प्रभावित करते हैं तालाब की उत्पादन में कमी आ सकती है तालाब के फसल काटने के बाद तालाब को साफ करने के 2 तरीके होते हैं।


सुखी विधि

सुखी विधि जो होती है उनको उन क्षेत्रों में उपयोग में लाया जाता है जहां पर तालाब जो होते हैं पूरी तरह सूख जाते हैं या फिर इस विधि को उपयोग में लेने के लिए तालाब को पूरी तरह सुखाए जाता है और 10 से 30 दिनों के लिए धूप में सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है और फिर तालाब में मौजूद पिछली उत्पादन में जो कचरा होता है उन कचरे को या तो मैनुअली रूप से या फिर मशीनों की सहायता से हटा दिया जाता है और अगर हम उन कचरे को अपने खेतों में डालना चाह रहे हैं तो वह हमारे खेतों के लिए खाद का काम करता है अगर मशीनों द्वारा कचरे को हटाया जाता है तो उसके फायदा यह होता है कि यह नीचे की मिट्टी को संकुचित कर सकता है हालांकि हालांकि सुखाने की इस सफाई पद्धति को से तालाब में अमृता का विकास हो सकता है और इसके अपने फायदे होते हैं कि जो हमारा तालाब है वह पिछली फसल के दौरान एक से डेढ़ फुट के आसपास भर जाता है वह करीब 1 फीट के आसपास तालाब की गहराई को बढ़ा देता है जब हम उन तालाबों की सफाई करवा देते हैं।


Pond cleaning by Dry method

गीली विधि

इस विधि का हम ऐसी जगह प्रयोग करते हैं जहां पर या फिर उन क्षेत्रों में इसका प्रयोग करते हैं जहां पर तालाब को पूरी तरह सिखाया नहीं जा सकता है अगर थोड़ी सी बारिश भी हो जाती है या फिर नदी के किनारे हैं सिर्फ इसकी वजह से जो हमारे तालाब होते हैं वह पूरी तरह सूख नहीं पाते हैं तो उनमें हम गिली विद का प्रयोग करते हैं इसमें होता क्या है जो हमारा पिछली फसल के दौरान तालाब में कचरा इकट्ठा हो जाता है उसको निकालने के लिए हम प्रेशर वॉशिंग का प्रयोग करते हैं इस विधि में हमें तालाब को सुखाना नहीं पड़ता है और हमें तालाब की सफाई करने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है और यह विधि सुखी विधि से कम समय लेने वाला होता है और आसानी से हम प्रयोग में ला सकते हैं जो मारे तालाब का कचरा होता है उसको हमें फ्लशिंग तब तक करना है जब तक हमारे तालाब में काली मिट्टी खत्म ना हो जाए क्योंकि काली मिट्टी में एसिड होते हैं एनएरोबिक होते हैं बेसिक कंपाउंड होते हैं और बहुत सारा अमोनिया होता है उनको हटाना बहुत आवश्यक होता है।

Pond cleaning by Wet method

चूना

चुना का उपयोग हमें बहुत सावधानी से करना होता है एक बार हमारा तालाब साफ हो गया उसमें पानी भर दिया जाता है और उसमें से जो कचरा होता है मलबा होता है हटाने के बाद और उसमें पीएस बढ़ाने के लिए हम तालाब में पानी के साथ तालाब को छोड़ देते हैं इस प्रक्रिया को तब तक दोहराया जाता है जब तक हमारे तालाब का पीएच 7 के आसपास ना आ जाए उसके बाद चुना लगाना सही होता है  जो चुना तालाब में प्रयोग होता है वह पानी के आधार पर चुने का चयन होता है कि हम कौन सा चुना अपने तालाब में लगाएं।

  • कृषि चुना
  • डोलोमाइट
  • हाइड्रेटेड चुना

हडेटिड सुना जो होता है व अगर हमारे तालाब का पीएच 5 से कम है तब हम इस चूने का प्रयोग करते हैं इन चीजों का उपयोग करने से पहले हमें उनकी कितनी मात्रा का प्रयोग करना है यह जानना अति आवश्यक होता है अगर हम ज्यादा चूने का उपयोग कर देते हैं तो हमारे तालाब का पीएच होता है वह ज्यादा हो जाएगा जो कि हमारी मछलियों के लिए हानिकारक रहेगा और हमारा जो नेक्स्ट ईयर का प्रोडक्शन है उसको प्रभावित करेगा
चूने का प्रयोग हम तालाब के मिट्टी के आधार पर भी करते हैं मिट्टी के पीएच का माप या गीली मिट्टी की विधि से या सूखी मिट्टी की विधि से निर्धारित किया जाता है हमें चूने का उपयोग कैसे करना चाहिए चूने को पूरे तालाब के तल में बराबर मात्रा में फैला देना चाहिए और जो हमारे बांध होते हैं उन पर भी चुना जो होता है उनको डालना चाहिए अगर हमारे तालाब में कहीं पर गिला भाग रही है वहां पर चूने का अधिक प्रयोग किया जाता है तत्पश्चात तालाब में पानी भर दिया जाता है और तलाब का पीएच होता है औसतन 7.5 से 8.5 के बीच हो जाता है और हमारे तालाब में पीएस का उतार-चढ़ाव दैनिक रूप से बात करें तो 0.5 से कम होना चाहिए एसपीएस को मेंटेन रखने के लिए एसपीएस को बनाए रखने के लिए कृषि चुना डोलोमाइट या फिर हाइड्रेटेड चूने का प्रयोग 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिदिन के हिसाब से किया जाता हैै मतलब एक एकड़ में हम 40 किलो के आसपास चून का प्रयोग किया जाता है।

Liming after pond cleaning and Pond preparation.

जानवर और कीड़ों से बचाव:

अपने तालाब को नियंत्रित करने के लिए तालाब के चारों तरफ जो बाउंड्री होती है उस पर हमें बहुत महीन जाली वाली स्क्रीन के माध्यम से हमें बचाव करना चाहिए और थोड़ा सा जाल का हिस्सा जमीन में दबा हुआ होना चाहिए जिससे कि बाहर से कोई भी जानवर या कीड़े हमारे तालाब में ना आ पाए उसके बाद तालाब के पानी में बहुत सारी बरसाती मछलियां देसी मछलियां आ जाती हैं उनसे बचाव के लिए हम अपने तालाब में चाय के बीज के पाउडर को 20 से 30 पीपीएम की दर से लगाने से हमारे तालाब की बरसाती मछलियां कुछ छोटे बड़े कीड़ों को मारा जा सकता है चाय के बीच का जो पाउडर होता है उसको हम तालाब में डाल देते हैं तालाब को 3 दिनों के लिए छोड़ दिया जाता है। इसमें एक बात याद रखी जाती है कि अगर हम तालाब में प्रयोग होने वाले चाय के बीच को अधिक मात्रा में डाल देते हैं तो हमारे तालाब मैं अधिक  लवड़ता और अधिक तापमान पर या और अधिक जहरीला हो जाता है और अधिक टी एच पर यह कम जहरीला होता है।
हम अपने तालाब से गेको हटाने के लिए 500 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बुझा हुआ चूना का प्रयोग करते हैं और 2 से 3 दिनों के लिए धूप में सूखने देते हैं फिर तालाब को अच्छी तरीके से साफ करके पानी भर दिया जाता है और उसमें जो अन्य कीट होते हैं वह भी नष्ट हो जाते हैं।


2018 – Busesa Community Development Organisation
Eradication from small pests like leech, snail, and some local pests.

निषेचन

निषेचन का तालाब में बहुत आवश्यक होता है क्योंकि तालाब में जो हमारी मछलियां होती है उनको फीडिंग के अलावा नेचुरल खाने की आवश्यकता पड़ती है जोकि कच्चे तालाब में निषेचन के द्वारा उत्पन्न होती है इनमें तालाब के जमीन को छाया प्रदान किया जाता है उससे तालाब के भीतर नाइट्रोजन अमोनिया और phosphate जैसे कचरे का उपयोग करके plankton को उगाने के लिए तालाब को जैविक और अकार्बनिक पूर्वक के साथ निषेचन किया जाता है तालाब में हानिकारक सहवाग को रोकने के लिए छाया का प्रयोग किया जाता है तालाब में ऑर्गेनिक कंपाउंड जैसे किचन से निकलने वाला वेस्ट इन सब को धूप में सुखाया जाता है तत्पश्चात 200 से 300 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर की मात्रा में उपयोग किया जाता है पानी में फैलाने से पहले जैविक खाद को 24 घंटे के लिए पानी में भिगोया जाता है।
बात करते हैं और अकार्बनिक पूर्वक के बारे में जैसे यूरिया 46 परसेंट और मिश्रित खान जैसे अमोनियम फास्फेट 1620 और एनपीके 16 16 16 के साथ हम अपने तालाब में 20 से 30 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्रयोग करते हैं इन खातों को सीधे तालाब में ना डाल कर इन्हें पानी में घोला जाता है उसके बाद तालाब में डाला जाता है इससे होता क्या है कि जो हमारा तालाब है उसमें कार्बनिक खाद हैं वह एक जगह नहीं रहेगा। इन खातों से तालाबों में फाइटोप्लैक्तों और जुपलंकटोंस एक शब्द में बोलें तो प्लैंक टोंस के विकास में बढ़ोतरी होती है।
निषेचन करने के बाद हमें अपने तालाब में फ्लाइंग टोंस दिखने लगेंगे और इनसे तालाब का पानी हल्का हरा हो जाता है प्लेन टाउन स्कोर अपने तालाब में बनाए रखने के लिए 15 15 दिन पर जैविक और अकार्बनिक खाद को अपने तालाब में 5 से 10 परसेंट से प्रयोग करना चाहिए यदि यह सब करने के बाद फ्लाइंग कौन सा में नहीं दिखते हैं तो इसके अतिरिक्त हमें कोई भी खाद नहीं डालनी है हम एक काम कर सकते हैं जो हमारा तालाब है उसमें हम दूसरे तालाब से रिंगटोन लाकर छोड़ सकते हैं जिससे हमारे तालाब में प्लांट्स की गिनती बढ़ जाएगी।

Fermentation and Fertilization in Pond preparation. 


वातन

हम अपने तालाब में इरिगेशन बनाए रखने के लिए बाहर से रिया सेन की मशीनों को रखकर अपने तालाब मैं इरिगेशन को पूरा करते हैं इनसे हमारी मछलियों के लिए और हमारे तालाब में जो प्लेन कौन से हैं उनको भरपूर मात्रा में हवा दिया जा सके और उनकी अच्छी परवरिश हो सके इसके लिए हम अपने तालाबों के आधार पर जलवाहक का प्रयोग करते हैं अगर हमारे पास 0.5 से 1 हेक्टेयर के तालाब हैं तो हमें तब हमें अपने तालाबों में एविएशन की आवश्यकता पड़ती है एक हेक्टेयर में अगर हम 1 पॉइंट 2 मीटर के आसपास पानी रखते हैं तो हमें 1hp के पैदल wheel aerator का इस्तेमाल किया जाता है अगर हमारे पास 1 पॉइंट 2 मीटर से अधिक गहराई के तालाब हैं तो उसमें हमें हर कोनों में 11 पेडल वेल 22 एचपी के रखने पड़ते हैं या फिर पैदल वेल डीजल मोटर या इलेक्ट्रिकल द्वारा संचालित किए जाने वाले अपने तालाबों के डाइट बांध पर रख सकते हैं

Paddle Wheels for Aeration System

Started Paddle Wheel for Aeration/Oxygenation.


Good luck and may god bless you with your fish farming.


TANK FISH KASTA

EK KADAM FISH FARMING KI OOR


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